इंग्लैंड में राजतंत्र पर ब्रिटिश राजत्व का महत्व क्या है
- ब्रिटिश राजत्व का महत्व
इंग्लैंड में राजा के प्रति श्रद्धा रखना परपरागत बात हो गई | लोग यह समझते है की राजा का होना अनिवार्य है सामाज्य की एकता के लिए राजा राजभक्ति का कोष माना वहा का राजतंत्र गणतंत्र के हाथ बिक चूका है | वहा के विधान में व्यतित्व से इज्जत प्रदान करता है प्रत्येक आदमी व्यवस्था को अच्छी तरह से नहीं समझ सकता है , अतः व्यक्ति का रहना आवश्यक सा हो जाता है आम जनता तो राजा के व्यक्तिव से ही राजा के पद को समझती है समाज पर उसका प्रभाव ज्यादा पड़ता है |
जो राजा राजनीतिज्ञ और अनुभवी होता है उससे देश को बहुत लाभ होता है मंत्रिमंडल बदलता है परन्तु राजत्व व्यवस्था नहीं बदलती | राजा किसी दल विशेष से सम्बन्ध नहीं रखता है उसके सामने राष्ट्र और कोई उद्देश्य नहीं रहता है दलबंदी रहने के कारन यह निष्पक्ष रहता है साधारणत वह मंत्रिमंडल की राय के विरुद्ध कोई काम नहीं करता है | उसकी सामाजिक स्थति को वहाँ समाजवादी भी मानते है वह राज्य का प्रधान है और समय समय निति का संचालन करता है जनता की भलाई के लिए अनेक काम करना पड़ता है उसकी अनुभवी सलाह से मंत्रीगण लाभ उठाते है |
राजा निपक्ष रहता है परन्तु जब कभी वह सक्रीय रूप से राजनीती में भाग लेते है तब उसपर जोर विवाद शुरू हो जाता विधान का संरक्षक माना जाता है उसे मंत्री की राय से काम करना चाहिए और ऐसे काम करता भी है 1707 से राजा ने किसी भी बिल को नामंजूरी नहीं किया |
किसी भी बिल को अस्वीकार करना भी अब इसके अधिकार से बाहर की बात है अब वहा के नियमानुमोदित शासन विधान में राजा द्वारा किसी भी प्रकार के हस्क्षेप करने का अर्थ होता है | वैधानिक संकट मोल लेना | अपने विशेषाधिकार के आधार पर वह मंत्रीओ को बख्यात कर सकता है किन्तु बहुत दिनों से इस अधिकार का व्यवहार नहीं हुआ है | 1936 में ऐसे करने आया था किन्तु राजा ने ऐसा नहीं किया आजकल राजा प्रधान काम रह गया है शासन विधान की विशेषताओं की सुरक्षित रखना |
- राजतंत्र
प्रथम दो शाशको ने राजसत्ता हथियार की चेष्टा नहीं की , परन्तु जार्ज तृतीय ने राजसत्ता पर राजा का प्रभाव बढ़ाने की चेष्टा की | जार्ज तृतीय प्रयास असफल रहा जार्ज चतुर्थ विलियम के समय में राजा की प्रतिष्ठा में कोई कमी नहीं आई |
1837 में रानी विक्टोरिया गद्दी पर बैठी | उसके शासनकाल में अनेक वैधानिक प्रश्न को लोकप्रिय बनना चाहती थी | उस समय राजनीति में मध्यवर्ग प्रभाव सबसे अधिक था
इंग्लैंड में राजतंत्र की व्यवस्था है राजा के नाम पर ही वहां प्रशासन का सारा काम चलता है राजा के पद की ऐतिहासिक व्याख्या प्राचीन काल से ही की जा सकती है | आंग्ल सेक्सकाल में राजा निरकुंश होते थे | ट्यूडर काल में राजाओ की निरकुशंता पर कोई अंकुश नहीं लगाया गया | स्टुअर्ट शासन में राजाओ के अत्याचार का विरोध किया गया और सदी में सर्वोच्च सत्ता पाने के उदेश्य से राजा और पार्लियामेन्ट ने सप्रभुशक्ति प्राप्त कर ली | धीरे धीरे मंत्रिमंडल वास्तविक प्रधानता जाती रही और देश का नामधारी प्रधान रह गया | आधुनिक व्रिटिश संविधान में राजा का स्थान रबर स्टाम्प की तरह है | परन्तु राजत्व के इतिहास की इंग्लैंड में एक अटूट श्रंखला है अपवादस्वरूप केवल प्रजातंत्रकाल में राजा के पद को ख़त्म कर दिया गया था , परन्तु उसके बाद 1660 बाद में से आज तक राजतंत्र की परम्परा में कोई व्यतिकर्म उपस्थित नहीं हुआ है |
- शासन
अतः मध्यर्ग को चलना शासन बिधान के दृष्टिकोण से विशेष लाभदायक था उसके समय बेजहॉर्ट राजतत्व का सार्थक एवं प्रशंसक था |
अनुकूल परिस्थति पाकर महारानी विक्टोरिया वैधानिक कामो में सक्रिय रूप से भाग लेने लगी | वह विधि निर्माण के कार्यो में भी दिलचस्पी लेने लगी | मंत्रियो के चुनाव एवं नियुक्ति में वह अपनी इक्षा व्यक्त करने लगी | ग्रह एवं विदेशो मामलो में भी वह विचार प्रकट करती थी |
कभी कभी वह वैधानिक शिष्ठ्ता के बाहर भी चली जाती थी इसका सबसे बड़ा सबूत यह है की 1874 के बाद डिजरेली सेलिसबरी और ब्रुसले थी
पुरानी पद्धति से खेती से अनेक नुक्सान था | दूर दूर पर थे जो कृषि लगान की दृष्टि से अलाभकारी थे इससे समय और श्रम की भी बर्बादी होती थी | खुले होने के कारन खेत पशुओ द्वारा चरा करते थे | इससे काफी फसल नष्ट हो जाया करती थी इस पुरानी पद्धत्ति में कुछ लाभ भी थे | गांव वाले स्वालम्वी थे और यानी आवश्यक की वस्तुओ स्वय उत्पान कर लिया करते थे | गांव वाले स्वावलम्बी थे आवश्यक की वस्तुओ स्वय उत्पान कर लिया करते थे | गांव के सभी व्यक्ति काम में लगे रहते थे , इसलिए बेकार की समस्या न थी | गांव में सभी के पास खेती थे कोई भी भूमिहीन न था अपाहिज बूढ़ रोगी आदि व्यक्तिओ को आश्रम से खाना मिल जाया करता था
महात्मा गांधी को ऐसा क्यों लगता था की हिंदुस्तानी राष्ट्रीय भाषा होनी चाहिए
World me pahli bar train kab chala
मुग़ल शासक अकबर की उपलब्धियों का वर्णन कीजिए
1857 के विद्रोह में ग्वालियर के सिंधिया ने किसका साथ दिया
अकबर की धार्मिक नीति पर प्रकाश डालें
सिहू और कान्हू किस विद्रोह के प्रसिद्ध नेता था
दीन-ए-इलाही से आप क्या समझते है
सन 1857 के विद्रोह के कौन-कौन से कारण थे
1857 के क्रांति के स्वरूप की विवेचना करें
वर्तमान समय में प्रेस की भूमिका क्या है
सविनय अवज्ञा आंदोलन के कारणों एवं प्रभावों की विवेचना करें
भदौरा का नाम भदौरा गढ़ कैसे पड़ा और कब पड़ा
स्थायी बंदोबस्त कब कब लागू किया गया था
कार्बन -14 विधि से आप क्या समझते है
स्थायी बन्दोबस्त किसने किया था , तथा इसके क्या क्या प्रावधान था
क्या भारत का विभाजन करना अनिवार्य था
भारतीय संविधान सभा के गठन की प्रक्रिया का वर्णन कीजिए
अयोध्या मुद्दा क्या है
गौतम बुद्ध के जीवन एवं उनके उपदेशों तथा शिक्षाओं का वर्णन करें
विश्व बाजार किसे कहते है ?
सभी सजीव रचनाएँ किस तत्व पर निर्भर करती है
उपभोक्ता संरक्षण कानून उपभोक्ता को किस प्रकार का राहत प्रदान करता है
भूकम्प आने के क्या कारण हैं और उत्पति कहाँ होती है
वोल्टीय सेल किसे कहते है
फान बोई चाऊ की विचारधारा क्या है
123456
संविधान सभा में उद्देश्य प्रस्ताव किसने प्रस्तुत किया था
भीष्मप्रतिज्ञा पाठ के आधार पर भीष्म की प्रतिज्ञा का वर्णन करें
समतल दर्पण पर पड़ने वाली एक ही प्रकाश किरण की कितनी परिवर्तन किरणे हो सकती है
राष्ट्रीय आय का सृजन किस प्रकार होता है
विज्ञान क्या है
किसी द्रव्य में डुबोई गई वस्तु पर उत्प्लावन बल किस दिशा में कार्य करता है
नवजात शिशु के जन्म के बाद के क्या-क्या आवश्यकताएँ क्या है
इस रोबोट के साथ अपने पैसे को राजधानी में बढ़ने दें । http://go.hojagoak.com/0j35
Cultural Variations in India
क्या शिक्षा का अभाव लोकतंत्र के लिए चुनौती है
धार्मिक व्यक्ति ने बूढ़ा बाघ को क्या उपदेश दिया था
फूल में कौन-कौन से भाग होते है